Ankit Raj

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पिता जी


आपके बारे में क्या लिखूँ मैं
मैं तो आपका ही रचना हूँ
आप ही परिवार के हिम्मत है
मैं करता आपको वंदन हूँ

आपके दिये संस्कारों से
मैं आपको महसूस करता हूँ
आपके दिये विचारों से
मैं पाता सफलता हूँ

आपका डांट ही
हमें सिखाता अनुशासन
आपके प्यार को
मैं करता हूँ वंदन 

अपने सपनों को छोड़
मेरे इच्छाओं को पुरा करते
चाहें कितनी भी दर्द हो
हमें आप खुश रखते

                   ✍अंकित राज

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23 Comments

Bittu Raj

07-May-2022 03:50 PM

बहुत सुन्दर प्रस्तुति

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Govinda kumar prajapati

31-Oct-2021 09:54 AM

Nice

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Zakirhusain Abbas Chougule

28-Oct-2021 09:52 AM

Nice

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